साधारण पवन प्रवाह की तुलना में इन टारनेडो (चक्रवातों) की शक्ति भी सैकड़ों गुनी अधिक होती है ।
2.
जरूरत है जनता को उसके साथ हो रहे धोखे को याद दिलाते हुए, उसे जागरूक रखने की और उसके गुस्से की चिंगारी को शोले में तब्दील करने के लिए उस पवन प्रवाह की, जो लंका दहन के समय हनुमान जी ने उत्पन्न किया था।